स्वयंवर सभा में राजकुमारी द्रौपदीlDraupadi (Sanskrit: द्रौपदी, lit. Daughter of Drupada), also referred as Panchalī, is one of the most important females in the Hindu epic, Mahabharata. She was the daughter of King Drupada of Panchal, and wife of the Pandavas who fought their cousins, the Kauravas in the great Kurukshetra War.

    स्वयंवर सभा में अनेक देशों के राजा-महाराजा एवं राजकुमार पधारे हुये थे कुछ ही देर में राजकुमारी द्रौपदी हाथ में वरमाला लिये अपने भाई धृष्टद्युम्न के साथ उस सभा में पहुँचीं। धृष्टद्युम्न ने सभा को सम्बोधित करते हुये कहा, "विभिन्न देश से पधारे राजा-महाराजाओं एवं अन्य गणमान्य जनो जो ऊपर घूमती हुई मछ्ली की आँख को नीचे तेल से भरे पात्र में देखकर भेद सकेगा उस वीर से मेरी बहन द्रौपदी का विवाह होगा।"

कौरवों के असफल होने पर कर्ण ने निशाना साधने के लिए जैसे ही धनुष उठाया ,तभी द्रौपदी ने श्री कृष्ण के इशारे पर कर्ण को सुत पुत्र कहकर विवाह के लिए मना कर दिया । तब श्री कृष्ण के आदेश पर एक ब्राह्मण को राजकुमारी ने प्राप्त करना चाहा। अर्जुन ने तैलपात्र में प्रतिबिम्ब को देखते हुये एक ही बाण से निशाना लगा डाला।

एक ब्राह्मण के गले में द्रौपदी को वरमाला डालते सोचने के बाद समस्त क्षत्रिय राजा-महाराजा एवं राजकुमारों ने क्रोधित हो कर अर्जुन पर आक्रमण कर दिया। पाण्डवों तथा क्षत्रिय राजाओं में घमासान युद्ध होने लगा।

नकुल और सहदेव तब कुंती को यहां ले आएं।राजा द्रुपद ने बताया कि वह उनकी मदद करेगा।तब उन्होंने बताया कि युधिष्ठिर न्याय प्रेमी और भाइयों में बड़े हैं।उन्होंने अपनी बेटी का विवाह युधिष्ठिर के साथ किया।

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